आज की कहानी Short Romantic Love Story in Hindi एक बहुत ही रोचक और दिलचस्त कहानिओं में से एक हे। क्यूंकि आज की कहानी ‘शार्ट रोमांटिक लव स्टोरी’ एक बस से जुड़ी हुयी रोमांटिक प्रेम कहानी हे।
Short Romantic Love Story in Hindi
शार्ट रोमांटिक लव स्टोरी का मतलब हम सभी ने यही समझते हे की, प्यार की रोमांच से भरपूर छोटी सी कहानी लेकिन हमें लगता हे की प्यार की कहानी कभी छोटी नहीं होती।
फिर भी हम कोसिस करेंगे एक रोमांच से भर पुर रोमांटिक सच्ची प्यार की कहानी आपके सामने पेश करने केलिए। आज की कहानी Short Romantic Love Story in Hindi जो नितिन का हे।
तो चलिए फ्रैंड जानते हे की नितिन की प्रेम कहानी के बारे में और पड़ते हे की नितिन ने कैसे एक लड़की को अपने दिल दे बैठा।
सच्चे प्यार की कहानी हिंदी में | Hindi Love Story
ये कहानी 2011 की बनारस में रहने बाले नितिन का हे जो त्रिपुरा में BSF में नकरी करता था और 2 हप्ते की छुट्टी में अपने घर बनारस आया था।
नितिन का छुट्टी ख़तम हो गया था और बह बपाश आपने ड्यूटी ज्वाइन करने केलिए त्रिपुरा जाने बाला था। नितिन ने जब साम को बस स्टैंड पर पहुंचा तो देखा की टिकिट का लम्बा लाइन हे।
ये देखते ही नितिन को चक्कर आने लगा और बह जब टिकिट काउंटर में पहुंचा तब देखा की 6 बजे बाला बस की टिकिट पूरा ख़तम हो चूका हे।
अभी नितिन को चार घंटा इंटर्जर करना पड़ेगा क्यूंकि उसके बाद त्रिपुरा का बस रात की 10 बजे हे। टिकिट काटके बस स्टैंड पे अगले बस की आने का इंतजार करने लगा।
दूसरा दिन तो बक्त यूही निकल जाता था लेकिन आज पाता नहीं नितिन का बह चार घंटे की बक्त गुजर ही नहीं रहा था। उसके बाद लंबा प्रतिक्षा।
नितिन ने जब घड़ी देखा तो तब रात की 10 बज चुके हे लेकिन बस का कोई आते पाता नहीं हे। 10 मिनिट बाद बस आया और नितिन ने बस में जाकर अपने सीट पर बैठ गया।
नितिन ने सोचा की अगर हम पेहेले मोबाईल से टिकिट काट लेता तो अभी बहुत दूर पहुंच जाता लेकिन ऑनलाइन बुकिंग करने में 200 रूपया ज्यादा लगने की कारन नहीं किया।
15 मिनिट बाद त्रिपुरा के लिए बस चल पड़े। मगर जब बस स्टार्ट हुआ तब मुझे बहुत ख़ुशी मिला क्यूंकि बस में सारे सीट फूल थे सीबाई मेरे बगल बाला सीट छोड़के।
ये रातों की सफर में पूरा रास्ता सो के जा सकता हु ये सोचकर मेरा मन खुसी से झूम उठा। लेकिन तभी बस रुक गया और खलासी चिल्ला चिल्ला कर कहने लगा सीट नंबर 13 की पैसेंजर आ रहा हे थोड़ा रुक जाओ।
खलासी की बात सुनकर मेरी खुसी बस की खिड़की से उड़ गया। क्यूंकि बह सीट नंबर 13 मेरी ही बगल बाला सीट नंबर था।
एक बहुत ही खूबसूरत लड़की, उम्र सईद 22 की होगा भागते भागते बस में चढ़ा और बस में चाड़ते ही बस फिर से त्रिपुरा की अर आगे बढ़ने लगा।
बह लड़की बस में चढ़ते ही जल्दी बाजी करके अपना सामान बंकर में रखकर मुझे साइड दीजे ना कहते हुए बह मेरा बगल बाला सीट पर बैठ गया।
ये कहानी भी पड़े:
ऐसे अचानक गुमके सीट में जाते बक्त उसका हैंड बेग की मोटी हुक में लगकर मेरी घड़ी का स्ट्राप टूट गया और उसके बेग में मेरा घड़ी लटक ने लगा।
आरे इतना जल्दी बाजी क्यों? मुझे बोला होता में साइड दो में तुम्हे आराम से साइड दे देता।
नितिन कुछ बोल ने से पेहेले ही बह लड़की ने नितिन का घड़ी उसके बेग से निकला और आपने हाथ में रखते हुए कहा sorry तुम्हारा घड़ी का फीता टूट गया।
बह लड़की की बात सुनकर नितिन का पूरा बदन में जैसा एक बिजली का झटका लगा। किसीका गले की आवाज इतना सुन्दर हो सकता हे नितिन को पहले पता नहीं था।
पहेली मुलाकात में ही नितिन ने बह लड़की पसंद आने लगी। ऐसा एक खूबसूरत लड़की मेरी ही बगल में बैठ कर मेरे साथ सफर करेगा में सपने भी सोचा नहीं था।
नितिन ने कहा, कोई बात नहीं और आपने जान बूझकर तो एसा नहीं किया ना। अनजाने से हो गया। ये कहकर नितिन ने आपने घड़ी लेने केलिए हाथ बड़ाया।
बह लड़की ने कहा, में आपकी घड़ी का स्ट्राप लगाकर आपको बपाश लोटा दूंगा।
नितिन ने कहा, आपके साथ और दुबारा मुलाकात नहीं हो सकता।
लड़की ने कहा, कहा जा रहे हो आप?
नितिन ने कहा, त्रिपुरा।
बह लड़की ने बड़े खुसी से कहा, मे भी तो त्रिपुरा में ही जा रही हु।
नितिन ने कहा, बढ़िया ! अभी मुझे मेरी घड़ी दे दो?
लड़की ने कहा, अच्छा आपकी घड़ी का किया कीमत हे, मुझसे पैसा ले लो?
नितिन ने कहा, मतलब ! पैसा लेकर में किया करूँगा ! मेरे पास घड़ी ठीक करने की पैसा हे और बसे भी आपने जान बुझ कर तो ऐसा नहीं किया ना।
लड़की ने कहा, नहीं मतलब ! अगर मेरे से कोई गलती हो जाये और जबतक में उस गलती को सुधर न लेता हु मेरी मन को शांति नहीं मिलता।
नितिन ने कहा, ये तो बहुत अच्छी बात हे लेकिन आपको प्रयाश्चित करने की कोई जरुरत नहीं हे मेरा घड़ी मुझे बपाश दे दीजे।
और बात ना बड़ाके उसके बाद बह लड़की मेरा हाथ में मेरा घड़ी दे दिया। इसके बाद थोड़ा देर केलिए ख़ामोशी था।
थोड़ा देर बाद ख़ामोशी से बाहार आकर बह लड़की ने कहा, अच्छा आप अगर बुरा ना सोचे आपकी नाम जान सकता हु?
नितिन ने कहा, मेरा नाम नितिन कुमार।
टुटा हुआ घड़ी में देखा की रात की 1 बज चूका हे। कब दो घंटा बीत गया समझ में नहीं आया।
बह लड़की ने फिर से कहा, में आपको आज सोने नहीं दूंगा क्यूंकि में भी आपको नहीं जनता और आप भी मुझे नहीं जानते इसलिए आज में आपको साथ मेरा साड़ी दुःख शेयर करुँगी।
ये कहानी भी पड़े:
क्यूंकि दुःख बाटने से कम हो जाता हे और मन में शांति मिलता हे और भबिष्य में भी आपके साथ कभी मुलाकात नहीं होंगे इसलिए मुझे बोलने से कोई दिक्खत नहीं हे।
नितिन ने मन ही मन में सोचा, जो इतना खूबसूतर हे उसका भला किया दुःख हो सकता हे। नितिन धीमी से कहा ठीक हे में आपकी बात सुनरहा हु।
लड़की ने कहा, मेरा नाम पिंकी ….. और में बनारस में एक दूर के रिस्तेदार मामा की घर से डिग्री का पढ़ाई करता हु। आपको पता हे सभी लड़की की तरह मेरे जिंदगी में प्यार हुआ था।
लेकिन मुझे किया पता था की ये प्यार मेरी जीबन में मुसीबतों का पहाड़ बनकर खड़ा हो जायेगा। सब से छुपकर प्रेम की नदिया में छलांग लगाया था रातुल नाम के एक लड़के के साथ।
8 महीना तक तो सब कुछ अच्छा ही चल रहा था लेकिन मुझे किया पता था की रातुल की मेरी जैसी और भी बहुत गर्लफ्रेंड हे। जब मुझे उसका असलियत के बारे में पाता चला तब उसे में छोड़ दिया।
इस दुनिया में माँ के एलाब और कोई अपना नहीं हे इसलिए रातुल को अपना लिया था लेकिन मुझे नहीं पता था की बह मेरे साथ धोका कर रहा हे।
इसलिए में और बहा नहीं रहे सकता। बपाश अपने माँ के पास जा रहा हु और अब से आपने घर में ही रहूँगा। पिंकी रोते रोते आपने सारे दर्द की कहानी सुनाने लगा।
नितिन ने पिंकी की तरफ देखा तो बह रोते रोते सो गया था और उसके घने लम्बे बाल खिड़की की हबा से उड़ रहा था। उसका चेहरा बहुत ही मासूम था।
सईद उसे सहानभूति देना का क्षमता नहीं हे लेकिन में उसका दिल की सारे दुःख दर्द को भुलाने बाला इंसान बनने केलिए तैयार हु।
साधारण एक घड़ी का स्ट्राप अनजाने में टूट जाने की कारन जो इतना दुखी हो सकता हे बह कैसे एक इंसान की दिल को दुःख पहुंचा सकता हे, ये असम्भब हे।
नितिन ने मन ही मन में सोचा, में उसके दिल के दुखों से भरी नाब का कंडारी बनना चाहता हु लेकिन किया पिंकी मुझे बह मौका देगा????
कहानी एहि पे ख़तम नहीं हुआ हे दोस्त, अभी तो नितिन का मन में पिंकी केलिए प्यार शुरू हुआ हे और पिंकी की प्यार शुरू होना तो अभी बाकि हे।
शार्ट रोमांटिक लव स्टोरी में पिंकी कैसे नितिन के प्यार में पद गया? जानने केलिए निचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करे।
👉 Short Romantic Love Story | शार्ट रोमांटिक लव स्टोरी Part 2
निष्कर्ष
दोस्तों, प्यार कब, कहा, किस्से और कौन से हालत में होगा इसके बारे इस दुनिया में पेहेले से किसीको पाता नहीं चलता। लेकिन प्यार हो जाता हे।
प्यार एक ऐसा चीज हे जो प्यार में पड़ता हे उसका जीबन खुसी से भर जाता हे। लेकिन शार्ट रोमांटिक लव स्टोरी में पिंकी के साथ जो हुआ बह नहीं होना चाहिए था।
सईद भगबान को कुछ और मंजूर था। इसलिए सईद इत्तेफाक से बह नितिन से बस में मिले। लेकिन सवाल हे होता हे की पिंकी के जैसा एक खूबसूरत नेक दिल के लड़की को एक अच्छा हमसफ़र मिलेगा या नहीं?
ये तो हमें आगे की Short Romantic Love Story ‘शार्ट रोमांटिक लव स्टोरी’ Part 2 कहानी में ही पाता चलेगी। दोस्तो, आगे की कहानी पड़ने केलिए ऊपर में दिए हुए लिंक पर क्लिक करे।
शार्ट रोमांटिक लव स्टोरी FAQ
Q. Short Romantic Love Story in Hindi का किया अर्थ हे?
A. Short Romantic Love Story in Hindi का अर्थ लघु प्रेम प्रसंगयुक्त प्यार की कहानी हिंदी में।
Q. सच्चा प्यार का मतलब हम किया समझते हे?
A. सच्चा प्यार का मतलब हम समझते हे की, जो इंसान उसके प्यार को हमेशा ख़याल रखे, उसे हार ख़ुशी दे जो उसे चाहिए। उसका हार सपना पूरा करे जो बह देखती हे।
उसे हमेसा बक्त दे और ढेर सारे प्यार दे जो बह सोचा भी नहीं था। उसे पूरा जिंदगी आपने बहो में संभाल कर रखे।
Q. प्यार कितने प्रकार की होता हे?
A. साधारण भाषा में कहे तो प्यार दो ही प्रकार की होता हे –
1) सच्चा प्यार।
2) झूठा प्यार।
Q. नितिन का और पिंकी की कहानी कौन से साल में हुआ था?
A. नितिन और पिंकी की कहानी 2011 में हुआ था।
Q. नितिन का घर कहा पे था?
A. नितिन का घर बनारस में था।
Wow, this paragraph is fastidious, my sister
is analyzing such things, therefore I am going to tell her.
Thanks
I am sure this piece of writing has touched all the internet users, its really really pleasant article on building up new blog.
Thanks
Your blog is a treasure trove of valuable insights and thought-provoking commentary. Your dedication to your craft is evident in every word you write. Keep up the fantastic work!
Thanks