एक अनहोनी कहानी जो ‘Chudel ki Kahani Sachi Ghatna‘ पर आधारित हे। ये कहानी एक ट्रक ड्राइवर की हे जो पटना से ट्रक में सामान लेकर ग्वालियर जा रहा था सामान की डिलीवरी करने केलिए।
लेकिन बह ट्रक ड्राइवर के साथ ग्वालियर हाईवे जो हुआ आप ‘चुड़ैल की कहानी सच्ची घटना‘ सुनकर आपकी रोंगटे खड़ा हो जायेगा।
Chudel ki Kahani Sachi Ghatna
‘चुड़ैल की कहानी सच्ची घटना‘ ये कहानी एक सिर्फ कहानी नहीं हे ये एक बास्तबिक सच्ची घटना हे जो पटना की रहे बाले एक ट्रक ड्राइवर लखन के साथ 2023 की जानबरी महीना में हुआ था और उस बक्त बहुत ही ठंड पर रहा था।
सही में आपको ये कहानी पड़ने में बहुत ही मजा आएगा क्यूंकि ये एक अनहोनी कहानी हे। जो पेहेले से किसीको पाता नहीं होता की आज उसके साथ किया अनहोनी होने बाला हे।
कोई भी ‘चुड़ैल की कहानी सच्ची घटना‘ में कोई ना कोई एक दिलचस्त अनहोनी घटना छुपी होता हे। लेकिन बह अनहोनी किसके साथ और कब होगा किसीको नहीं पता।
आज की कहानी भी कुछ ऐसी अनहोनी और खतरनाक ‘चुड़ैल की कहानी सच्ची घटना‘ हे जो पढ़कर आपको पता लगेगा की सच में चुड़ैल नाम कोई चीज इस दुनिया में अभी भी मजूद हे।
तो चलिए जान लेते हे ‘Chudel ki Kahani Sachi Ghatna‘ में किया हुआ था उस ट्रक ड्राइबर लखन के साथ?
ग्वालियर हाईवे | Real Horror Story in Hindi
ये कहानी लखन की जे जो पेशे में एक ट्रक ड्राइवर हे और बह बिहार की पटना जिले में रहता हे। लखन 10 सालो से ट्रक चला रहा हे लेकिन उसके साथ आजतक कोई भी अनहोनी घटना नहीं घटी।
लेकिन लखन को किया पाता था की आज की ट्रिप उसके लिए एक मुसीबत खड़ा करने बाला हे। दरसल हुआ था की एकदिन सुबह सुबह लखन जब गहरा नींद में था उस समय लखन की फ़ोन बजने लगा।
फ़ोन बजते ही लखन नींद से जाग गया, देखा की ट्रक की मालिक ने उसे फ़ोन किया। लखन तुरंत फ़ोन रिसीव किया तो ट्रक मालिक ने कहा,
लखन आज तुमको साम की 5 बजे ट्रक लेकर ग्वालियर जाना हे सामान की डिलीवरी करने केलिए। साम की ठीक 4 बजे तक गोदाम पर पहुंच जाना और हाँ सोनू को भी आपने साथ में लेकर आना।
सोनू मेरी ट्रक की खलासी जो मेरे साथ लगभग 4 सालो से काम कर रहा हे। मेने उसी बक्त सोनू को फ़ोन किया तो सोनू का फ़ोन बंद आ रहा था।
लेकिन सोनू को भी बताना बहुत जरुरी हे क्यूंकि लम्बा सफर था। लखन नास्ता करके 1 घंटे बाद सीधा सोनू की घर में गया। देखा की सोनू तेज भुखार से तड़फ रहा था।
सोनू की हालत देखकर में निश्चित था की आज मुझे अकेला ही ट्रक लेकर लम्बा सफर तय करना पड़ेगा। सबसे अच्छी बात तो ये था की ग्वालियर सिर्फ एक रात की ही सफर था।
थोड़ा देर सोनू के पास बैठने की बाद में आपने घर में आकर निकलने की तैयारी करने में जुट गया। लखन आपने साथ रात की खाना लेकर 3 बजे ही घर से निकला गया।
और 4 बजे तक लखन गोदाम में पहुंच गया। ट्रक में सामान लोड करते करते करीब 5:30 बज गया था। और साम ठीक 6 बजे ट्रक लेकर ग्वालियर में सामान की डेलिवरी करने केलिए चलता बना।
साम की बक्त बहुत ठंड गिर रहा था इसलिए लखन अपने ट्रक की सारे खिड़की बंद कर दिया था। कुछ देर ट्रक चलने की बाद पूरा आसमान चाँद की रोशनी में छा गया।
जिसका साफ साफ नजारा ग्वालियर हाईवे पर भी दिखने लगा। क्यूंकि जिस हाईवे पर दिन के समय इतना शोर सराबा और चेहेल पहल रहता हे बह हाईवे अब बिल्कुल सुनसान पड़ गया था।
लेकिन बिच बिच में सिर्फ एक दो गाड़ी ही नजर आ रहा था। गोदाम से ग्वालियर सिर्फ 18-20 घंटे की सफर था। इसलिए लखन को काफी लम्बे समय तक उसे अकेला ही ट्रक चलकर दोपहर तक ग्वालियर पहुंचना पड़ेगा।
लखन ट्रक चलाते चलाते काफी समय बीत चूका था और उस बक्त हाईवे पूरी तरह से सुनसान और बीरान हो गया था। तब लखन ने जब आपने फ़ोन पर बक्त देखा रहा था, की उस बक्त रात की 2 बज रहा था।
तभी लखन हाईवे की जंगलो की रस्ते से गुजर रहा था और उसी जंगलो की किनारे एक चाय की टपरी देखा और चाय की टपरी उस बक्त खुली हुयी थी।
लखन बह चाय की टपरी देखकर बहुत हैरान हुआ और इसबात पर बह खुश भी था क्यूंकि काफी ठंड की बजह से उसे चाय पिने केलिए मन भी कर रहा था।
लखन उस चाय की टपरी लेकर हैरान था की पूरी रस्ते में इतना रात हुए कोई भी दुकान खुला हुआ नजर नहीं आया लेकिन? खेर मुझे किया मुझे तो सिर्फ चाय पिने से मतलब हे।
ये सोचकर लखन ने रस्ते की किनारे आपने ट्रक को रोककर उस टपरी में चाय पिने केलिए चला गया और चाय पिने लगा लेकिन लखन को बह चाय बाला कुछ अजीब सा लग रहा था।
बह आदमी चुप चाप बिना कुछ बोले एक मुर्दा लाश की तरह अपना काम किये जा रहा था। लखन जब चाय की पैसा देकर बापस अआपने ट्रक पर आ रहा था तभी बह चाय बाला ने कहा,
इतना रात को कहा जा रहेहो भाई साहब? लखन ने कहा में ग्वालियर जा रहा हु। इतना कहने पर बह आदमी कुछ देर तक मुझे घूरता रहा।
और उसके बाद कहा, भाईसाहब इस रास्ता बहुत ही खतरनाक हे और इतनी रातको इस रस्ते जाना खतरे से खली नहीं हे तो आप आज की रात को हमारे पास ही रुक जाइये सुबह होते ही चले जाना।
लखन को चाय बाले की बात बहुत ही अजीब और डरावनी लगा मगर लखन को कल दोपहर तक ग्वालियर पहुंचना भी बहुत जुरूरी हे इसलिए बह चाय बाले की बात को ना मानते हुए ट्रक स्टार्ट करके आगे बढ़ने लगा।
लेकिन लखन को थोड़ी ना पाता था की बह चाय बाले की बात ना मानकर लखन एक बहुत बड़ी मुसीबत में पड़ जायेगा । लखन कुछ दूर जाने की बाद उसकी ट्रक एक जंगल की किनारे जाकर अचानक रुक गया।
लखन को ये देकखर बहुत ही हैरान हुआ की उसकी ट्रक चालू ही था लेकि बह ट्रक आगे नहीं बड़ रहा था। लखन बहुत कोसिस की लेकिन उसका ट्रक एक कदम भी आगे नहीं बड़ रहा था।
तभी लखन आपने हाथो में चर्च लेकर निचे उतरे और गाड़िओ की चक्के को देखने लगे की कुछ फसा तो नहीं हे लेकिन चक्के में कुछ भी फसा हुआ नहीं था।
लखन ने सोचा फिर मेरी ट्रक आगे क्यों नेहु बाद रहा हे। लखन खड़े खड़े ये सोच ही रहा था तभी अचानक उसे एक औरत की रोने की आवाज आयी।
इतना रात हुए इस घने जंगलो की बीरान हाईवे में एक औरत की रोने की आवाज को सुनकर लखन बहुत बुरी तरह से चौक गया। धीरे धीरे रोने की आवाज और भी तेज हो रहा था।
लखन को बह आवाज सुनकर ऐसा लगरहा था की बह रोने की आवाज उसके आस पास से ही आ रहा हे। लखन आपने हाथो में चर्च लेकर उस औरत को जंगलो की तरफ खोजने लगा।
तभी देखा की एक पेड़ की निचे सफ़ेद साड़ी पहनकर बह औरत रो रहा हे। मुझे लगा की बह औरत किसी मुसीबत में फास गया हे इसलिए में चलकर उसके पास गया और पूछा,
किया हुआ आपको? आप रो क्यों रही हे और इतना रात को आप यहाँ किया कर रहे हो? लेकिन उस औरत ने कोई भी जबाब नहीं दिया।
बह आपने मुँह निचे करके बस रो ही जा रहा था। लखन तब दुबारा उस औरत से कहा की, बेहेन जी आपको किया परिसानी हे मुझे बताओ?
लखन ने बस इतना कहा ही था तभी बह औरत ने अचानक आपने सर उठाया और बह देकखर मेरा रु कांप उठे और लखन बही खड़े खड़े थर थर कांपने लगा।
लखन ने देखा की उस औरत की चेहरा पूरी तरह से जल चूका था और उसकी चहरे पर कीड़े रेंग रहे थे। तभी लखन समझ गया था की बह औरत कोई मिनसन नहीं हे बल्कि बह एक डरावनी चुड़ैल हे।
तभी लखन को याद आया की बह चाय बाले की बात को ना मानकर कितना बड़ा गलती किया हे। लेकिन उस बक्त लखन को कुछ समझ नहीं आ रहा था की करू तो किया करे।
उस चुड़ैल को देखकर जब लखन भागने केलिए दौरने लगा तभी बह चुड़ैल ने उसका लम्बा हाथ बढ़ाकर लखन की पैर को पकड़ किया और लखन को जंगलो की रतऱफ घसीट ने लगा।
लखन उस चुड़ैल की हाथो मरने ही बाला था की तभी अचानक बह चाय बाला और एक आदमी बहा पहुंचा। बह दोनों पहुंचते ही बह चुड़ैल मेरा पैर छोड़ कर चला गया।
लेकिन लखन इतना डर गया था की बह बही पर बेहोश हो गया। और जब लखन की होश आया तो बह एक सरकारी हॉस्पिटल में था।
जब लखन डॉक्टर को पूछा तो डॉक्टर ने बताया की दो आदमी तुम्हे हॉस्पिटल के बाहार छोड़कर गया था। लेकिन बह चाय बाले और उसके साथ जो आया था उन दोनों का कोई भी अत पता नहीं चला था।
दूसरा दिन जब लखन हॉस्पिटल से बाहार आकर उस चाय की टोकरी पर गया तो देखा की बहा कोई भी चाय की टोकरी नहीं था। ये देखकर लखन बहुत हैरान हो गया।
और लखन जब बहा की आस पास की लोगो से पूछा तो पता चला की बह औरत की बहा एक घर था और किसीने उस घर को आग लगाकर जला दिया और उस घर के साथ साथ बह औरत भी जलकर रख हो गया।
तभी से उस औरत की आत्मा चुड़ैल बनकर भटकती रहती हे। लखन ने जब उस चाय बाले और उसके साथ आये बह आदमी के नारे में पूछा तो पता चला की,
2 साल पेहेले बह चाय बाला और बह आदमी एक ही साथ रात में इसी रस्ते से आपने घर में लोट रहा था तभी बह चुड़ैल ने उन दोनों को भी बहुत बे रेहेमि से मार दिया।
तब से बह चाय बाला और बह आदमी की आत्मा इसी जंगलो में भटकती रहती हे। लेकिन जो लोग मुसीबत में पड़ता हे उन लोगोको कभी कभी बह दो आत्मा दिखाई देती हे और उनकी मदत करती हे।
ल्प्गों की ये बात सुनकर लखन की पेरो तले जमीन खिशक गयी और बह इतना दर गया था की बह डर के मारे ट्रक चलना ही छोड़ दिया।
निष्कर्ष
चुड़ैल एक ऐसी डरावनी सक्स हे जिसका नाम सुनते ही हम सभीकी पसीना छूट जाता हे और जब रात की बक्त किसी सुनसान जगह पर इन की बारेमे सुनने को आता हे तब तो हमारा बोलती ही बंद हो जाता हे।
आज की कहानी ‘Chudel ki Kahani Sachi Ghatna‘ भी बहुत ही डरावनी और खतरनाक था क्यूंकि अगर उस बक्त बह दोनों आदमी की आत्मा सही बक्त पे नहीं पहुँचता तो सईद लखन को बह चुड़ैल से बचाना ना मुमकिन था।
चुड़ैल की कहानी सच्ची घटना FAQ
Q. चुड़ैल की द्वरा की गई भविष्यबानी किया थी?
A. चुड़ैल की भविष्य बानी या था की –
मेकबेथ को एक छुड़ेक ने बताया था की बह एक बहुत ही शक्तिशाली राजा बनेगा। और चुड़ैल बात बिलकुल सच साबित हुआ था।
Q. चुड़ैल की पैर उल्टे क्यों होता हे?
A. लोगो का कहना हे की असल में चुड़ैल की सर उल्टी होता हे इसलिए उसका पैर उल्टा दिकता हे।
Q. चुड़ैल की कहानी सच्ची घटना में ट्रक ड्राइवर की किया नाम था?
A. चुड़ैल की कहानी सच्ची घटना में ट्रक ड्राइवर का नाम लखन था।
Q. ग्वालियर हाईवे कहा पड़ता हे?
A. ग्वालियर हाईवे मध्यप्रदेश में पड़ता हे।
Q. Real Horror Story in Hindi का किया मतबलब होता हे?
A. Real Horror Story in Hindi का मतलब हे हिंदी में असली डरावनी कहानी।
ये भी पड़े
- Top 5 Best Kids Horror Stories in Hindi | बच्चों की डरावनी कहानियां हिंदी में
- भूतों की मजेदार कहानियां | Bhoot ki Majedar Kahaniya | Kids Horror Story
- बच्चों की रात की कहानियां | Scary Story for Kids at Night
- भूत और चुड़ैल की कहानी – Bhoot or Chudel ki Kahani –
- Chudel ki Kahani Sachi Ghatna – चुड़ैल की कहानी सच्ची घटना 2023
- Darpok Bhoot ki kahani | बच्चों केलिए डरपोक भूत की मजेदार कहानी 2023
This is my first time pay a quick visit at here and i am really happy to read everthing at one place
Thanks
My brother suggested I might like this website He was totally right This post actually made my day You cannt imagine just how much time I had spent for this information Thanks
Thank you 👍
naturally like your web site however you need to take a look at the spelling on several of your posts. A number of them are rife with spelling problems and I find it very bothersome to tell the truth on the other hand I will surely come again again.
Ok, thanks
Wonderful web site Lots of useful info here Im sending it to a few friends ans additionally sharing in delicious And obviously thanks to your effort
Thank you
Good post! We will be linking to this particularly great post on our site. Keep up the great writing
Thanks
naturally like your web site however you need to take a look at the spelling on several of your posts. A number of them are rife with spelling problems and I find it very bothersome to tell the truth on the other hand I will surely come again again.
Thanks for suggestions