आज की ये Horror Stories for Kids in Hindi कहानी पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जिले की एक छोटी सी गांव की हे। और ये हादसा स्कूल की एक छोटे बच्चे मोहन के साथ हुआ था।
Horror Stories for Kids in Hindi
आज भी गांव लोग भुत-प्रेत और आत्मा पर बिस्वास करते हे। चुड़ैल यानि आत्मा जो डर एक नाम हे। और डर एक एहसास हे जो दिखाई नहीं देता लेकिन उसे महसूस किया जा सकता हे।
इस दुनिया में ऐसे ऐसे असाधारण घटनाय घटती हे जो इंसान की समझ से बाहार हे। आज में आपको एक ऐसी ही सच्ची कहानी ‘Horror Stories for Kids in Hindi‘ के बारेमे बताऊंगा जो पढ़कर आपको सही और गलत की पाता लग जायेगा।
सबसे खतरनाक चुड़ैल की कहानी | Bhoot Ki Kahani in Hindi
ये कहानी पश्चिम बंगाल की एक छोटा सा जिला पुरुलिया का हे। जो 2023 में उस जिला एक एक गांव की एक स्कूल में घटी एक ऐसी दिल देहल देनी वाली घटना जो पुरे गांव को खोफनाक की अँधेरे में धकेल दिया।
पुरुलिया की माल्दी गांव देखने में बहुत ही सुन्दर और प्राकृतिक सुंदरता से भर पुर हे। इसी गांव का एक लड़का जिसका नाम मोहन हे बह 8th क्लास में उसी गांव की एक सरकारी स्कूल में पड़ता था।
और उसकी बचपन की दोस्त बिनय एक ही एक ही क्लास में पड़ता था। मोहन की घर से लगभग 4 किलोमीटर दुरी पे ही मोहन का स्कूल हे। और बिनय घर और मोहन का घर पास में ही था।
बह दोनों दोस्त एक ही साथ रोज स्कूल में जाता था और एक ही साथ स्कूल से बपाश घर लोट ता था। मोहन की घर से स्कूल जाने की रस्ते में एक बड़ा सा खेत की रस्ते से गुजर ना पड़ता था।
और उसी खेत की बीचो बिच रस्ते में एक कब्रिस्तान था जो रात के समय बहुत ही भयानक था। शनिबार के दिन दोपहर को जब मोहन और बिनय की स्कूल की छुट्टी हो गया था तब बह दोनों उसी रस्ते से बापस आपने घर में आ रहा था।
जब दोनों कब्रिस्तान से गुजर रहा था तब मोहन ने देखा की एक बूढ़ी औरत उसी कब्रिस्तान की एक कोने बैठ कर रो रहा हे। और मोहन को हाथो से इशारा करके बुला रहा हे।
मोहन बिनय को कहा, बिनय देख कब्रिस्तान में एक बूढ़ी औरत रोते रोते मुझे बुला रहा हे। बिनय ने कहा, किधर हे बह बूढ़ी औरत? मुझे तो नहीं दिख रहा हे।
बिनय कहा, तू पागल गया हे किया, किया अनब सनाब बोल रहा हे। चल जल्दी घर चल बहुत देर गया हे और मुझे भूख भी लगा हे, क्यूंकि आज शनिबार था इसलिए साथ में टिफिन भी नहीं लाया।
मोहन ने बिनय की बात सुनकर फिर से चलने लगा। लेकिन मोहन की मन में अभी भी बह बूढ़ी औरत की बात चल रहा था। तो मोहन चलते चलते एकबार पीछे मुड़कर देखा तो बह बूढ़ी और अब बहा नहीं था।
मोहन थोड़ा डर सा गया लेकिन इसबार मोहन बिनय को बिना कुछ बताये चल दिया। दोनों आपने आपने घर चला गया। रात को मोहन को बहुत ही भुखार चड़ा।
मोहन की पिता ने गांव की एक डॉक्टर से दबा लेकर आया और मोहन को खिला दिया। लेकिन मोहन की भुखार दबा खाने पर भी ठीक नहीं हो रहा था।
दो दिन ऐसा ही बीत गया फिर धीरे धीरे चार दिन बाद उसकी भुखार ठीक हुआ। मोहन ने उस बूढ़ी औरत के बारे में उसके माँ-बाप को नहीं बताया था।
चार दिन बाद फिर से मोहन और बिनय दोनों एक साथ स्कूल में गया और बपाश आ गया। ऐसे ही कुछ दिन और बीत गया। एकदिन बिनय स्कूल नहीं गया।
और इसकी बजह से मोहन को अकेला ही स्कूल में जाना पड़ा। आपको बता दू की बह दोनों आपने घर से स्कूल पैदल ही आया जाया करता था।
उसदिन मंगल बार दिन था और साम होने बाला था। मोहन अकेला उस रस्ते से आ रहा था। तभी उसे उस कब्रिस्तान से एक औरत की रोने आवाज मोहन को सुनाई दी।
बह बूढ़ी औरत मोहन को आपने नाम से पुकारा और मोहन ने भी पाता नहीं कैसे उस औरत के पास चला गया। मोहन जब उस औरत को करीब से देखा तब मोहन की रुहु कांप उठे।
बह बूढ़ी औरत देखने में बहुत ही डरावनी थी असल में बह बूढ़ी औरत एक चुड़ैल थी जो मोहन को मारने केलिए बुलाया था।
मोहन उस बूढ़ी औरत का चेहरा देखकर बहुत डर गया और जोर जोर से चिल्लाने लगा और चिल्लाते चिल्लाते बेहोश होकर जमीन में गिर पड़ा।
साम की करीब 7 बज रहे थे। मोहन अभीतक घर नहीं पहुंचा। मोहन की माता-पिता बहुत ही चिंता में था की आखिर हुआ किया? मोहन तो इतना देर कभी नहीं करता?
और आज बिनय भी स्कूल नहीं गया बह अकेला ही गया था। मोहन की माता-पिता मोहन को लेकर बहुत ही परेशान थे। उसी बक्त मोहन की पिता बिनय की घर में गया और मोहन की बारे में पूछा?
बिनय ने कहा, आज तो में स्कूल नहीं गया लेकिन मोहन को तो अँधेरा होने से पेहेले आ जाना चाहिए था लेकिन अभी तक नहीं आया?
ये कहते कहते मोहन की उस दिन बाते बिनय को याद आया और उसदिन की सारे बाते मोहन की पिताजी को बता दिया। बिनय की ये बात सुनकर मोहन की पिताजी और भी परेशान हो गया।
और देर ना करते हुए गांव की कुछ लोगो को लेकर मोहन को उसी कब्रिस्तान में ढूढ़ने चला गया। जब बहा पहुंचा तो देखा की मोहन कब्रिस्तान की एक कोने में बेहोसी की हालत में लेटा पड़ा हे।
सभी गांव बालो ने मोहन को बहा से उठाकर मोहन की आपने घर में लेकर आया। घर में आकर मोहन की माँ ने जब मोहन की चहरे में पानी का छिड़का दिया तब जाकर मोहन की होश आया।
जब मोहन को उसकी पिताजी ने उस बक्त पूछा तब मोहन ने कुछ भी नहीं कहा। मोहन बिलकुल चुप चाप था और उसका चेहरा उसदिन कुछ अलग लग रहा था।
उसकी पिताजी ने सोचा की कुछ भूत बूत नहीं सईद चक्कर आकर गिर गया होगा क्यूंकि हाल ही में बह भुखार से उठा उसका शरीर कमजोर था और पैदल चलकर आ रहा था इसकी बजह से चक्कर आया और बेहोश हो गया।
उस बक्त तो मोहन साधारण था। रात को उसकी माँ ने उसे खाना खिलाकर सोला दिया। लेकिन जब रात को करीब 1 बज रहा था तब मोहन ऐसा हरकत करने लगा जो इंसान की समझ से पड़े था।
मोहन बिस्तर पर जोर जोर से आपने सर पटक ने लगा। कभी कभी बह बिस्तर से ऊपर शून्य में लटक ने लगा। उसकी चेहरा एकदम सा अलग हो गया था।
उसकी आँखे लाल और उसकी वाल बिखरा हुआ था। बह बहुत ही डरावनी हो गया था। ये देखकर उसकी माता-पिता ने समझ गया था की सच में उसे कोई बुरी आत्मा ने पकड़ा हे।
मोहन की पिताजी देर ना करके सारे गांव बालो को बुलाया और उसी गांव में एक तांत्रिक को लेकर आया। तांत्रिक ने मोहन को देखते ही सब समझ गया।
तांत्रिक ने आपने मंत्रो तंत्रो से बहुत कोसिस करके उस चुड़ैल को मोहन की शरीर से बाहार निकला और मोहन की जान बचा लिया।
बह तांत्रिक ने मोहन की हाथो में एक ताबीज बांध दिया और कहा जबतक ये ताबीज तुम्हारी हाथो में रहेगा तबतक कोई भी बुरी आत्मा तुम्हारा कुछ नहीं बिगड़ सकता। मोहन अब स्वस्थ हे।
तांत्रिक ने जब मोहन को पूछा की उसके साथ किया हुआ, तब मोहन जो कहा बह सुनकर सभी गांव वालो की रोंगटे खड़ा हो गया।
मोहन ने कहा की, बह बूढ़ी औरत कुछ दिन पहले शनिबार को दोपहर की बक्त मेने देखा था। बह बूढ़ी औरत रोते हुए इशारा करके मुझे बुला रहा था।
लेकिन उसदिन बिनय की बजह से में बहा से चला आया। लेकिन आज साम को फिर से मुझे बह बूढ़ी औरत रोते हुए देखा लेकिन पाता नहीं में कब उसके पास चला गया।
बह बूढ़ी औरत दिखने में बहुत ही खरतनाक और डरावनी था, उसके लम्बे लम्बे वाल, लम्बे लम्बे नाख़ून और सफ़ेद साड़ी पहना हुआ था। में कव बेहोश हो गया मुझे पता नहीं चला।
मोहन की बात सुनकर उस तांत्रिक ने कहा, मोहन जो केहेराहे बह बिलकुल सच हे। क्यूंकि उस कब्रिस्तान में एक बहुत ही डरावनी चुड़ैल रहता हे जो बहुत ही खतरनाक और शक्ति शाली हे।
लेकिन अब बह मोहन की कुछ नहीं बिगड़ सकता क्यूंकि में उस बुरी आत्मा को आपने मंत्रो से एहसे बहुत दूर भेज दिया हु जो दुबारा उस कब्रिस्तान पर बपाश नहीं आएगा।
लेकिन मोहन की इस घटना की बाद उस गांव की लोग बहुत ही डरे हुए थे। आज भी उस गांव की लोग उस कब्रिस्तान में साम के बाद जानेमे 100 बार सोचता हे।
निष्कर्ष
डर तो सबकी अंदर होता हे लेकिन जिसके साथ डरावनी घटना घटी हे सिर्फ उसीको पाता हे की असली डर किया हे। इस दुनिया में बहुत सारे घटनाए घटती हे लेकिन इस घटनाओँ में से ऐसी कुछ घटनाए घटती हे जो इंसान को सोचने पर मजबूर कर देता हे।
आज की ये Horror Stories for Kids in Hindi कहानी आपको केसा लगा कमेंट करके जरूर बताना क्यूंकि आपकी एक कमेंट हमें बहुत प्रेरित करता हे और नया नया कहानी लिखने में मदत करती हे।
Horror Stories for Kids in Hindi FAQ
Q. सबसे भयानक चुड़ैल कौन सी हे?
A. जो औरत को बहुत ही बेरेहीमी से कोई इंसान मार देता हे तब बह मरने के बाद बदला लेने केलिए एक भयानक चुड़ैल बन जाता हे।
Q. चुड़ैल कहा रहता हे?
A. कहा जाता हे की चुड़ैल घने जंगलो में और बम्बू की पेड़ में हे।
Q. डायन और चुड़ैल में किया अंतर हे?
A. लोगो का मानना हे की डायन चुड़ैल से ज्यादा खूबसूरत होता हे जो सिर्फ आदमी की ऊपर आकर्षित हे। और डायन की पैर उल्टे होने की बजह से हमेशा साड़ी पेहेन कर घूमती हे।
Q. चुड़ैल कैसे दिखती हे?
A. चुड़ैल बहुत ही खतरनाक और डरावनी दिखती हे। उसके बाल काली और लम्बे होता हे और बह सफ़ेद साड़ी पेहेन ती हे।
Q. चुड़ैल को हिंदी में किया बोलता हे?
A. चुड़ैल को हिंदी में डायन, प्रेत, बुरी आत्मा, भूतिया नाम से जाना जाता हे।
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